डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे, अपनाएं ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

Ayurvedic Remedies For Diabetes: डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खों का इस्तेमाल करना अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.

डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे, अपनाएं ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

Remedies For Diabetes: मधुमेह से लड़ने के लिए आप आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्‍खों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Ayurvedic Medicines and Remedies For Diabetes: डायबिटीज एक आम लाइफस्‍टाइल हेल्थ कंडीशन है, जो बॉडी में ब्‍लड शूगर के लेवल और इंसुलिन को मुख्य रूप से प्रभावित करती है. पैनक्रिया या तो पर्याप्त इंसुलिन उत्पन्न करने में सक्षम नहीं होती या शरीर इसका उपयोग ठीक से नहीं कर पा रहा होता. डायबिटीज, विशेष रूप से टाइप -2 डायबिटीज होने के कई कारण हैं- जैसे तनाव, वंशानुगत, मोटापा और अधिक समय तक बैठे रहने वाली जीवनशैली या निष्क्रियता. हालांकि यह बीमारी लाइलाज है, पर आप इसे स्वस्थ और संतुलित भोजन तथा एक्‍सरसाइज के जरिए कंट्रोल कर सकते हैं. आयुर्वेद कुछ हर्बल उपायों का भी सुझाव देता है जो ब्‍लड शूगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. इन हर्बल उपायों को इंसुलिन के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और पैनक्रिया को मजबूत करने में मदद करने के लिए जाना जाता है, जिससे ब्‍लड ग्लूकोज के लेवल को चैक किया जा सकता है. यहां कुछ हर्बल उपचार दिए गए हैं जिन्हें आप घर पर आजमा सकते हैं.

ध्यान दें: सुनिश्चित करें कि आप प्रमाणित आयुर्वेद विशेषज्ञ या डॉक्टर के पर्यवेक्षण के तहत इन जड़ी बूटियों का इस्‍तेमाल करते हैं.

डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे | Ayurvedic Medicines and Remedies For Diabetes

1. डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे में इस्तेमाल करें गिलोय

गिलोय, जिसे वैज्ञानिक रूप से टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया कहा जाता है, को अमृता जिसे अमरत्व की जड़ माना जाता है, भी कहा गया है. इस पौधे की पत्तियां ब्‍लड शूगर के लेवल को स्थिर करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने में एक प्रमुख भूमिका निभाती हैं. यह इम्‍यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए एक महान जड़ी बूटी है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हानिकारक कणों से लड़ते हैं. यह जड़ी बूटी इम्यूनोमॉड्यूलेटरी के रूप में भी काम करती है, जो शरीर में ग्लाइकेमिक कंट्रोल करता है. यह एक प्राकृतिक एंटी-डाइबेटिक दवा है जो चीनी की इच्‍छा को दबाती है. इसके अलावा, यह पैनक्रिया के बीटा कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाती है. यह ब्‍लड में इंसुलिन और ग्लूकोज के प्रभाव को स्‍मूथ करता है. गिलोय पाचन तंत्र में सुधार करने में भी मदद करता है, जो ब्‍लड शूगर के लेवल को कंट्रोल रखने में महत्वपूर्ण है.

कैसे करें इस्‍तेमाल: एक गिलास पानी में इस जड़ी-बूटी के पाउडर या पत्तियों को डालकर रख दें. सुबह इसे छानकर पीएं.
 

2. डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे में इस्तेमाल करें विजयसार

वैज्ञानिक रूप से विजयसार को ब्‍लड शुगर के लेवल को बनाए रखने और डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है.  इस जड़ी बूटी में मौजूद एंटी-हाइपरलिपेडिक गुण शरीर में कोलेस्ट्रॉल, लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन और सीरम ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा, यह डायबिटीज से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद करता है जिसमें लगातार पेशाब आना, ओवर ईटिंग और जलन शामिल है. यह पाचन तंत्र में सुधार करने और पैनक्रियाज में इंसुलिन उत्पादन स्तर को कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है.

कैसे करें इस्‍तेमाल: विजयसार टंबलर आसानी से उपलब्ध हैं. आपको केवल टंबलर में पानी भरकर रातभर रखना है. सुबह सबसे पहले इस पानी को पीएं. आप पाउडर के रूप में भी विजसार का इस्‍तेमाल कर सकते हैं.

3. डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे में इस्तेमाल करें गुड़मार

गुड़मार या जिमनेमा सिल्वेस्टर, एक बारहमासी बेल है, जो भारत, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है. इसमें कुछ यौगिक होते हैं, जिनमें फ्लैवोनोल और गुरमारिन शामिल होते हैं जिनका मधुमेह पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. क्या आप जानते हैं कि गुड़मार की पत्तियां चबाने से कुछ घंटों तक मीठे स्‍वाद का अनुभव नहीं होता. 

कैसे करें इस्‍तेमाल: लंच और डिनर के आधे घंटे के बाद एक चम्‍मच गुड़मार के पावडर को पानी के साथ लें. यह शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.

4. डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक नुस्‍खे में इस्तेमाल करें सदाबहार

सदाबहार को पेरिविंकल के रूप में जाना जाता है और यह आमतौर पर भारत में पाया जाता है. इसके फूलों और चिकने रंग के हरे पत्तों को टाइप -2 डायबिटीज के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता है.

कैसे करें इस्‍तेमाल: आपको ब्‍लड शूगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए इसकी कुछ पत्तियों को चबाना है. इसका उपयोग करने का एक और तरीका है जिसमें सदाबहार प्‍लांट के गुलाबी रंग के फूलों को लें और उन्हें एक कप पानी में उबाल लें. अब इसका फूल निकाल दें और रोज सुबह इसे खाली पेट पर पीएं.

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