Aromatherapy: आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में क्यों ज़रूरी है ये 5 तरह के तेल

अरोमाथेरपी जड़ी-बूटी और आवश्यक तेल पर सदियों से चलता आ रहा अभ्यास आपकी प्रार्थना का हल है.

Aromatherapy: आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में क्यों ज़रूरी है ये 5 तरह के तेल

नई दिल्ली:

क्या आपका फर्स्ट ऐड बॉक्स तरह-तरह के कैप्सूल, मरहम और मेडिकल उपकरणों से भरा हुआ है, जो कि आपने इंटरनेट से खरीदें हैं? प्राकृतिक मेडिकल उत्पाद काफी महंगे आते हैं और सिंथेटिक औषधीय घोल से कई तरह के साइड इफेक्ट्स और एलर्जी होने का ख़तरा बढ़ जाता है। आप या तो कैमिस्ट के पास जाते हैं या फिर कुछ ऐसा खरीद लेते हैं, जिसके बारे में आपके दोस्त ने आपको बताया हो। अगर यह दोनों भी काम न करें, तो आप टी.वी. पर दिखाए जाने वाले व्यावसायिक ऐड पर भरोसा कर लेते हैं। लेकिन इनका नतीज़ा आपकी तसल्ली से बहुत दूर होता है।

अगर आप अपनी भलाई के लिए किसी विश्वसनीय या प्राकृतिक दवा की तलाश में हैं, तो इसका जवाब अरोमाथेरपी है। जड़ी-बूटी और आवश्यक तेल पर सदियों से चलता आ रहा अभ्यास आपकी प्रार्थना का हल है। अरोमाथेरपी में आवश्यक तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे फूलों और पौधों से निकाला जाता है। इसकी खुशबू और स्थानीय उपयोग आपके नर्वस सिस्टम के लिए काफी फायदेमंद होता है। अलग-अलग तरह के पौधे और फूल का निचोड़ स्ट्रेस में आराम देते हैं। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हुए कई बीमारियों से शरीर को मुक्त कर सौंदर्य को लाभ पहुंचाते हैं।
 

 

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तो आइए आपको बताते हैं कुछ पांच तरह के आवश्यक तेल, जो आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में हमेशा अपनी जगह बनाए रखेंगेः

लैवेंडर तेल


फूलों की खुशबू रखने वाले लैवेंडर तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-डिप्रेसेंट जैसी तीनों चीज़ें होती हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए, आप इसकी कुछ बूंदे अपने नहाने के पानी में भी डाल सकते हैं। ऐसा करने से आपका संचार प्रणाली (सरकूलेट्री सिस्टम) मज़बूत होगा, जिससे त्वचा पर आने वाली झर्रियां और फाइन लाइन्स कम होंगी। इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होता है, जो स्किन पर मौजूद दाग-धब्बों को ठीक करने के लिए काफी अच्छा है। अगर आप इसे मॉश्चराइजर में मिलाकर इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपकी स्किन को बेदाग रखने के साथ मुहासों पर भी नियंत्रण रखेगा।

ब्यूटी एक्सपर्ट डॉ. ब्लॉसम कोचर का कहना है, "आवश्यक तेल, कॉस्मेटिक में अपनी महक की वजह से काम में आते हैं। यह स्किन को जवान कर, पिग्मेनटेशन और बालों को गिरने से रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा मनोवैज्ञानिक (साइकोलॉजिकल) मुद्दे जैसे डिप्रेशन, उच्च रक्तचाप और चिंता जैसी समस्याओं से मुक्त करते हैं। लैवेंडर तेल आपके पास इसलिए होना जरूरी है, क्योंकि थकान और स्ट्रेस के समय आप इसे अपनी हथेली पर लगा सकते हैं। साथ ही अगर आपकी स्किन धूप से झुलस गई हो, तो इसे एलोवेरा या बर्फ के पानी में मिलाकर भी लगाया जा सकता है। इसके अलावा यह एग्ज़िमा और जोड़ों के दर्द जैसी परेशानियों के लिए भी काफी फायदेमंद होता हैं।"


 

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यह कीड़ों को दूर रखने के साथ हवा को ताज़ा रखने में मदद करता है। सिर्फ यही नहीं, अगर इसका छिड़काव तकिए पर किया जाए, तो इससे नींद न आने की समस्या भी दूर होती है।

फ्रेंकिनसेंस तेल


कई समय तक मध्य-पूर्व में शुद्ध और पवित्र माने जाने वाला फ्रेंकिनसेंस तेल दाने, जलन और अर्थराइटिस जैसी परेशानियों के लिए अच्छा उपाय है। इसके कई स्वास्थ्य संबंधित फायदे भी हैं, जैसे अगर इसे नारियल के तेल में मिलाकर पैरों के तलवे पर रगड़ा जाए, तो यह इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देते हुए, आंखों की रोशनी को बेहतर बनाता है। स्ट्रेस को कम करने के लिए आप इसे कान के पास या कलाई पर लगा सकते हैं। इसके अलावा मूड अच्छा करने के लिए इसे रूम में भी छिड़का जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेंमेट्री गुण आर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द में सहायता करता है।

ब्यूटी एक्सपर्ट, सुपर्ना त्रिखा का कहना है कि “फ्रेंकिनसेंस तेल को सभी आवश्यक तेलों का राजा कहा जाता है। यह शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है। यह घाव से बह रहे खून को रोक, कसैला गुण रखता है, जो मसूड़ों को मज़बूत बनाने में सहायक है। अगर इसे छिड़का जाए, तो यह स्ट्रेस, डिप्रेशन और गुस्से पर काबू पाने में भी मदद करता है।

अफ्रीका और मध्य-पूर्व में पाए जाने वाला यह एक ऐसा तेल है, जो पेड़ की छाल (तने पर आने वाली बाहरी पपड़ी) में मौजूद चिपचिपे पदार्थ से निकाला जाता है। इसलिए इसकी महक लकड़ी जैसी सहज होती है। इसे बादाम या जोजोबा तेल के साथ मिलाकर लगाया जा सकता है। ऐसा करने से रूखी त्वचा नई और स्वस्थ हो जाएगी। साथ ही, यह खिंचाव के निशान, दाग और उम्र बढ़ने के संकेत को भी कम करने में मदद करेगा”।
 

 

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नोटः डॉक्टर की बिना सलाह लिए इसे इस्तेमाल न करें। ख़ासतौर से नर्सिंग मदर्स (शिशू को फीड कराने वाली महिलाएं) और वह लोग जो रक्त को पतला करने वाला पदार्थ इस्तेमाल कर रहे हों।

पेपरमिंट तेल


मुंह संबंधित स्वास्थ्य के लिए पेपरमिंट तेल काफी अच्छा है। अगर आप इसकी कुछ बूंदें अपने टूथपेस्ट या माउथवॉश में डालते हैं, तो इसके इस्तेमाल से सांस में पैदा होने वाले बैक्टीरिया को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अगर यह सुबह में वर्कआउट से पहले और बाद में गर्दन के पीछे और कंधों पर लगाया जाए, तो थकान को कम किया जा सकता है। साथ ही यह गुस्से और डिप्रेशन को भी कम करने में मदद करता है। बुखार के समय आप इसे जोजोबा तेल के साथ मिलाकर पैर के तलवों पर लगा सकते हैं। इसके अलावा पेट में हो रही परेशानी में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर ये सारी चीज़ें काफी न हो, तो इसे छिड़क कर रूम में होने वाले कॉकरेच और लाल चीटियों से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

टी-ट्री ऑयल


देखा गया है कि कई मुंहासे विरोधी उत्पादों को टी-ट्री से बनाया जाता है। टी-ट्री तेल में एंटी-इंफ्लेमेंट्री और एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है। अब गौर करने वाली बात यह है कि सभी आवश्यक तेल, शुद्ध और पवित्र तत्व होते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि जो उत्पाद ‘तेल' के नाम से जाना जाता है, इसे अगर शरीर पर लगाया जाए, तो यह रोम छिद्र को बंद करता है। वहीं, आवश्यक तेल पूरी तरह से शुद्ध और मुंहासे रोकने वाला पदार्थ होता है। अब आप बनावटी और केमिकल से बने मुंहासों के उपचारों से बच सकते हैं। सिर्फ ज़रूरत है, तो इसके अत्यधिक पतले रूप को प्रभावित जगह पर लगाने की। इसके उपयोग से आप अपनी स्किन पर एक ही दिन में बदलाव देख सकते हैं। अगर आप सिर में होने वाली जूं और डैंड्रफ से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो टी-ट्री तेल की कुछ बूंदों को शैंपू में डालकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

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लेमन एसेंशियल तेल
यह उत्पाद प्राकृतिक तरह से मूड को अच्छा करने के लिए जाना जाता है। इसकी खुशबू मीठा खाने की ललक को कम करती है। हालांकि इसके फायदे काफी कम हैं, लेकिन अगर आप इसकी कुछ बूंदे मॉश्चराइज़र में मिला लें, तो इससे आपकी स्किन में चमक पैदा होगी। साथ ही शैंपू में मिलाने से आपके बालों का विकास होगा। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-हिस्टामीन (एलर्जी के समय इस्तेमाल की जाने वाली दवाई) गुण कीड़े के काटने के लिए भी काफी अच्छा है।  

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सावधानीः किसी भी आवश्यक तेल को बिना मेडिकल निरीक्षण के न इस्तेमाल करें। साथ ही इसे सिर्फ भरोसेमंद चिकित्सक से ही खरीदें।

 

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