प्लीज़, मुझे गलत मत समझिए, यह दोनों ही जगह एक इंस्टीट्यूशन की तरह है और हम सबको इन्हें सम्मान देना चाहिए जो भी अभी तक इन रेस्तरां ने हासिल किया है। साथ ही मार्किट में चल रहे कॉम्पिटीशन के बावजूद इन्होंने खुद को स्थापित किया। इनमें सबसे मशहूर करीम्स ने पूरी दिल्ली में अपनी कई ब्रांच खोली हैं। जो कि कोई आसान कार्य बिलकुल नहीं है! जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, दोनों ही रेस्तरां अपने ज़माने के ख़ास रह चुके हैं।
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मैं ऐसा सोचता हूं कि करीम और अल-जवाहर अब ज़ामा मस्जिद में खाने के योग्य जगह नहीं रह गई हैं। यात्रियों के लिए यह एक अच्छी जगहे हो सकती हैं, लेकिन स्थानीय फूड लवर्स के लिए तो बिलकुल भी नहीं।
पंजाबी बटर चिकन से हो रहा कॉम्पिटीशन
मैं यकीन से नहीं कह सकता कि इस रेस्तरां का नाम स्ट्रीट फूड पर हुए अध्ययन में दिया गया है कि नहीं, लेकिन मुझे यह काफी दिलचस्प विषय लगता है। रेस्तरां अपना ट्रेंड काफी जल्दी-जल्दी बदलते हैं, लेकिन ऐसा केस स्ट्रीट फूड स्टाल्स के साथ नहीं है। यह स्टॉल्स लंबे समय के बाद मार्किट में अपनी जगह बना पाए हैं। और जो कामयाब हो चुके हैं, वे अभी भी बाज़ार में मौजूद हैं। लेकिन सड़क एक कठोर जगह है। रेस्तरां, व्यापारी उपकरणों के माध्यम से अपने स्थानीय क्षेत्र के बाहर तक के ग्राहकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर स्ट्रीट फूड पूरी तरह से स्थानीय होता है, जिसमें लोगों के बीच अपनी जगह बनाना काफी मश्किल होता है। साथ ही कॉम्पिटीशन करना काफी भारी है। इसके अलावा कई तो एक ही तरह का मूलरूप विचार रखने वाले होते हैं।
पंजाबियों ने अपने बटर चिकन से शायद पूरी दिल्ली पर जीत हासिल कर ली है, लेकिन छोटी जगह जैसे ज़ामा मस्जिद के अलावा कई जगहों पर मौजूद फूड स्टॉल्स ने अभी भी स्थानीय लोगों के बीच अपनी पकड़ मज़बूत कर रखी है। इसी के चलते उन्होंने बटर चिकन की जगह डिश का नाम बटर क्रीम चिकन रख लिया है।
बटर क्रीम चिकन अपने स्वाद और बनावट में बिलकुल भी पंजाबी बटर चिकन जैसा नहीं है। लेकिन हां, देखने में यह ऐसा लगता है, जैसे उसी से इंस्पायर हुआ हो। ज़ामा मस्जिद में मौजूद असलम चिकन कॉर्नर ने यह करीब पांच से छह साल पहले बनाना शुरू कुया था। मतलब एसीसी (असलम चिकन कॉर्नर), बीसीसी (बटर क्रीम चिकन) बना रहा है। हम्म! बटर क्रीम चिकन एक तरह से काफी मज़ेदार और तेज़ डिश है। इसे बनाने के लिए पंजाबी बटर चिकन की सभी ख़ास सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है- बटर, क्रीम, चिकन। टमाटर शामिल न करते हुए इस डिश को एक अलग ही घुमाव दिया गया है।
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असलम का बटर क्रीम चिकन काफी अद्भुत और शानदार है। सफेद मिर्च डालकर तैयार किया गया चिकन के मिश्रण को चारकोल (कोयला) ग्रिल पर पकाया जाता है। इसके बाद इसे एक सॉस में डाला जाता है, जो कि दही, खुब सारे मक्खन, काली मिर्च और बाकी के मसाले मिलाकर बनती है। दही से डिश में मौजूद फैट कम होता है, जिससे यह हमारे पैलैट (तालू) पर न चिपके। स्ट्रीट फूड में यह सबसे बेस्ट चिकन डिश है, जिसे मैंने चखा है। अगर आप अपनी कैलोरी काउंट करने वालों में से एक हैं, तो भूल जाइए! क्योंकि ऐसा करना डिश को अपमानित करना होगा। यह असली बटर क्रीम है, जिसे खाने के बाद कोई भी अपनी डाइट पर काबू नहीं रख सकेगा। फिर भी, आप इसे रोज़ तो खाने वाले नहीं है। लेकिन यकीन मानिए इसकी हर बाइट संतुष्ट करने वाली है।
मेरे अनुसार ज़ामा मस्जिद में मौजूद यह जगह खाना खाने के योग्य है।
असलम के यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है। और अगर आप खाना पैक करके घर लेकर जाना चाहते हैं, तो आप यह भी कर सकते हैं।