Durga Puja 2020: दुर्गा पूजा के दौरान देवी मां का प्रसन्न करने के लिए क्या चढ़ाया जाता भोग

भारत में हर त्योहार को एक अलग उत्साह के साथ मनाया जाता है, नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि का पर्व समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वहीं शारदीय नवरात्रि के छठे दिन यानि के षष्ठी वाले दिन से दुर्गा पूजा शुरू हो जाती है.

Durga Puja 2020: दुर्गा पूजा के दौरान देवी मां का प्रसन्न करने के लिए क्या चढ़ाया जाता भोग

खास बातें

  • नवरात्रि के छठे दिन यानि के षष्ठी वाले दिन से दुर्गा पूजा शुरू हो जाती है
  • देश के पूर्वी भाग में दुर्गा पूजा बेहद ही उल्लास के साथ मनाई जाती है.
  • बंगालियों के लिए इस पर्व का बहुत महत्व है.

भारत में हर त्योहार को एक अलग उत्साह के साथ मनाया जाता है, नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि का पर्व समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वहीं शारदीय नवरात्रि के छठे दिन यानि के षष्ठी वाले दिन से दुर्गा पूजा शुरू हो जाती है. देश के पूर्वी भाग में दुर्गा पूजा बेहद ही उल्लास के साथ मनाई जाती है. पांच दिनों तक चलने वाली दुर्गा पूजा के दौरान देवी दुर्गा की ही पूजा की जाती है, बंगालियों के लिए इस पर्व का बहुत महत्व है. दुर्गा पूजा का पर्व इस बार 25 अक्टूबर विजयादशमी तक मनाया जाएगा. कोलकाता के अलावा भी अन्य जगहों पर दुर्गा पूजा मनाई जाने लगी है. दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए बड़े बड़े पंडाल लगाएं जाते हैं और भक्त इन पंडालों में में इकट्ठा होते हैं, देवी की पूजा करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, स्वादिष्ट व्यंजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं.

दुर्गा पूजा के उत्सव के दौरान मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए खास भोग का प्रसाद तैयार किया जाता है. यह भोग आकर्षण का केंद्र होता है जिसे महासप्तमी, अष्टमी और नवमी वाले दिन दोपहर के खाने के समय पंडाल में मौजूद लोगों को परोसा जाता है. तो चलिए जानते हैं दुर्गा पूजा में बनाएं वाले भोग के बारे में कि इसमें क्या क्या शामिल होता है.

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Durga Puja 2020: दुर्गा पूजा में बनाया जाने वाला भोग:

1. खिचड़ी: आमतौर पर यह लोगों का फेवरेट भोजन है, खिचड़ी दुर्गा पूजा भोग का एक अनिवार्य हिस्सा है, खासकर सप्तमी और नवमी पर. गर्मागर्म मूंग दाल खिचड़ी को लगभग 1000 लोगों के लिए तैयार किया जाता है, जिसकी तैयारी स्वाभाविक रूप से घंटों पहले से शुरू हो जाती है. कुछ स्थानों पर खिचड़ी में मटर और कुछ हल्के मसाले भी होते हैं, जो आपकी भूख को खुश करने के लिए पर्याप्त हैं.

2. लबरा: लबरा एक ऑथेन्टिक बंगाली व्यंजन है, जिसे कद्दू, आलू, बैंगन, अरबी और मूली जैसी सब्जियों के साथ बनाया जाता है, और इसे बंगाल के स्थानीय मसाला पंच फॉरोन (पांच मसालों का मिश्रण डालकर सरसों के तेल में पकाया जाता है.

3. टमाटर की चटनी: टमाटर की इस टैंगी चटनी को सरसों के दाने, अदरक, करी पत्ते और एक चुटकी चीनी के साथ तैयार की जाती है यह थोड़ी मसालेदार भी होती है.

4. पयेश: यह खीर का बंगाली वर्जन है. इसे चावल, दूध, इलाइची, सूखे मेवे और गुलाब जल डालकर बनाया जाता है.

5. बेगुन भाजा या बेगुनी: बेगुन भाजा बैंगन के साथ बनाया जाने वाला एक पसंदीदा साइड डिश है, जिसमें बैंगन को स्लाइस करके बेसन से कोट करके गर्म तेल में डीप फ्राई किया जाता है. बेगुनी एक साधारण व्यंजन है और इसे चावल, लूची या खिचड़ी के साथ परोसा जा सकता है. आप लगभग हर चीज के साथ बेगुनी का आनंद ले सकते हैं, लेकिन इसे गर्म ही सर्व करें ठंडा होने पर यह नरम हो जाता है.

6. आलू फुलकोपी: आलू और पतली कटी हुई फूलगोभी मजेदार मसालों में बनाई जाने वाली सब्जी है जो  खिचड़ी या लुची के साथ खाने में बहुत ही बेहतरीन लगती है.

7. रोशोगोला: नरम और स्पंजी गेंदें जो ताजा पनीर से बनी होती हैं और चीनी की चाशनी में डूबी होती हैं, हर बंगाली उत्सव के अवसर पर इसे बनाया जाता है.

8. चना दाल: बंगाली स्टाइल से बनी चने की चटपटी दाल आपको यकीनन पसंद आएगी.

9. वेज पुलाव: यह पुलाव बासमती राइस, मटर और लौंग के साथ बनाया जाता है, वेज पुलाव सप्तमी भोग की खिचड़ी का एक आम विकल्प है. यह अष्टमी स्पेशल वेज पुलाव वास्तव में आकर्षण का केंद्र है.

10. मिष्टी दोई: मिष्टी दोई या मीठी दही दूध को गाढ़ा करके बनाया जाता है और इसे गुड़ डालकर मीठा किया जाता है, यह बंगाली व्यंजनों में से एक है.

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