NDTV Food | Updated: July 03, 2020 22:40 IST
Good Dietary Habits: शरीर में बहुत सी बीमारियों की जड़ हमारा पेट हो सकता है
Good Dietary Habits: शरीर में बहुत सी बीमारियों की जड़ हमारा पेट है. अगर पाचन तंत्र (Digestive System) सही तरह से काम नहीं करता तो आपको कब्ज (Constipation), दस्त (Diarrhea), उल्टी (Vomiting), गैस (Gas), मोटापा (Weight) जैसी कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं. इतना ही नहीं, भोजन में मौजूद पोषक तत्व (Nutrients) शरीर तक पहुंचाता है और अगर वह सही तरह से काम नहीं करता तो हेल्दी खाना (Healthy Food) करने के बाद भी शरीर को सही तरह से पोषक तत्व नहीं मिल पाते है. इसलिए यह बेहद जरूरी है कि पाचनतंत्र को हमेशा स्वस्थ रखा जाए. पाचनतंत्र लाइफस्टाइल (Lifestyle) और उसकी खानपान की आदतों पर काफी हद तक निर्भर करता है. इसलिए अगर उसमें थोड़े बदलाव किए जाएं तो पाचनतंत्र हमेशा के लिए स्वस्थ रखा जा सकता है. अगर आप भी अपने पाचन को दुरुस्त करना चाहते हैं और पेट में गुड बैक्टीरिया (Good Bacteria)को पनपाना चाहते हैं तो ये फूड्स करेंगे कमाल...
हाई फैट फूड पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं, जिसके कारण कब्ज होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप वसा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. गुड फैट शरीर के लिए बेहद जरूरी है, आप उसे हाई फाइबर फूड के साथ ले सकते हैं.
अगर आप ऐसे भोजन का सेवन करते हैं, जिनमें फाइबर की अधिकता हो तो इससे पाचनतंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह पाचनतंत्र को तो बेहतर तरीके से काम करने के लिए प्रेरित करता है ही, साथ ही पेट की कई परेशानियों जैसे कब्ज, बवासीर जैसी बीमारियों से भी निजात दिला सकता है. इसलिए अपने आहार में हाई फाइबर फूड जैसे साबुत अनाज, फल, सब्जियां और फलियां को शामिल करें.
प्रोबॉयोटिक्स वास्तव में गुड बैक्टीरिया हैं, जिनकी शरीर को बेहद जरूरत होती है. यह पाचन तंत्र में स्वाभाविक रूप से मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया के समान हैं. प्रोबॉयोटिक्स के सेवन का एक बड़ा लाभ यह है कि वे एक अनहेल्दी आहार, एंटीबायोटिक दवाओं और तनाव के प्रभावों का मुकाबला करके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं, प्रोबायोटिक्स पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ा सकते हैं, लैक्टोज को तोड़ने में मदद कर सकते हैं, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकते हैं.
शरीर के लिए पानी किसी अमृत से कम नहीं है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अगर शरीर में पानी की कमी हो तो इससे पाचनतंत्र अपना कार्य सही तरह से नहीं कर पाता और अक्सर कब्ज की शिकायत होती है. इससे पेट में गुड बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचता है.
खानपान के अतिरिक्त भी कुछ बातों का ध्यान रखें. बुरी आदतों धूम्रपान, ज्यादा कैफीन और अल्कोहल का सेवन न करें. बहुत अधिक तनाव न लें. तनाव को नियंत्रित करने के लिए ऐसी गतिविधियां करें, जो आपको भीतर से खुशी देती हों. नियमित रूप से व्यायाम करें. व्यायाम न सिर्फ पाचनतंत्र बल्कि पूरे शरीर के लिए अच्छा माना जाता है.
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