Translated By: Anita Sharma | Updated: October 03, 2018 17:49 IST
Indian food to increase breast milk: ऐसे 7 आहार जो मां के दूध को बढ़ाने में करेंगे मदद.
Naturally Improve Breast Milk Production: सरकारी कोशिशों के बाद इस बात पर काफी हद तक जागरुकता फैल चुकी है कि नवजात को उसके जीवन के पहले 6 महीने (breastfed exclusively for 6 months) तक मां का दूध ही पिलाना (Baby feeding) चाहिए. इस दौरान उसे मां के दूध के सिवाए और कोई पदार्थ या पेय नहीं दिया जाना चाहिए. अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर 'क्यों माँ का दूध पीना जरूरी है' तो हम बता दें कि यह बच्चे को सभी बीमारियों से बचाता है. भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन, (WHO) भी शिशु के जन्म के पहले छह महीने तक सिर्फ मां का दूध पिलाने की सलाह देते हैं. छह माह के बाद ही बच्चे को हल्का ठोस आहार देना शुरू (Is baby ready for solid foods?) करना चाहिए. लेकिन इस आहार के साथ-साथ मां का दूध देना भी जरूरी (Do babies need breast-milk after 6 months?) है. ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि मां अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखे. लेकिन आज की भागमभाग भरी लाइफ में जहां मां के पास बच्चे के साथ-साथ उसका अपना करियर भी है तो डाइट एक बड़ी समस्या बन जाती है. खुद मां की डाइट (Breastfeeding Diet) अगर ठीक न हो तो स्तनपान में सबसे बड़ी समस्या आती हैं ब्रेस्ट मिल्क ना बनना. इसीलिए नई मांओं को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी डाइट (Breastfeeding Diet in Hindi) का पूरा ध्यान रखें. तो क्या-क्या होना चाहिए एक नई मां के आहार (mother's diet during breastfeed) में और अपने आहार में किन बदलावों के बाद मां बढ़ा सकती हैं अपना ब्रेस्ट मिल्क (breast milk) ये हम आपको बता रहे हैं. यहां आपको ऐसे 7 फूड के बारे में बता रहे हैं जिससे ब्रेस्ट मिल्क बनने में मदद मिलेगी (super foods that may improve breast milk production.)
इंग्लिश में डिल लीव्स (Dill Leaves), हिंदी में सुवा (Suva in Hindi) और मराठी में शेपू (Shepu in Marathi) स्तन का दूध बढ़ाने के लिए बहुत अच्छे साबित होते हैं. इसके साथ ही यह स्वाद में भी बहुत अच्छे होते हैं. यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करते हैं.
मेथी ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने का एक अच्छा सोर्स है. आप इसे अंकुरित करके दूध के साथ खाएंगी तो काफी फायदा होगा. इतना ही नहीं डिलिवरी के बाद होने वाली कब्ज की समस्या भी इससे काफी कम हो जाती है. अगर आप अंकुरित करके ना खाएं तो इसे सब्ज़ी में ज़ीरे के साथ डालकर इस्तेमाल करें.
आयरन का एक अच्छा सोर्स है पालक. आयरन आपमें ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है और साथ ही डीलिवरी के बाद आई खून की कमी जैसी समस्याओं को भी दूर करता है. किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि खाने से पहले पालक को अच्छी तरह उबाल लें. खासतौर पर मानसून या बरसात के मौसम में.
सौंफ में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. इसमें मौजूद ओस्ट्रेजेनिक (Oestrogenic properties) कारक लेक्टेशन (lactation) में मददगार होते हैं. इसके अलावा सौंफ में ओटेशियम, फॉलेट, विटामिन सी, विटामिन बी-6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं. ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए सबसे पहले सौंफ खाने की सलाह दी जाती है. इसे आप सब्ज़ी में मिलाकर भी खा सकती हैं और ऐसे ही कभी भी मुंह में डाल सकती हैं. आप इसे चाय या दूध में मिलाकर भी सुबह शाम खा सकती हैं.
How to Increase Breast Milk: सब्जी स्तनपान कराने वाली महिलाओं को हाइड्रेटेड रखने का काम करती है
यह सब्जी स्तनपान कराने वाली महिलाओं को हाइड्रेटेड रखने का काम करती है. लौकी या घिया में भरपूर मात्रा में पानी होता है. इसमें करीब करीब 92 फीसदी पानी होता है जो आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और साथ ही यह विटामिन सी, ए और के से भरपूर होती है. लौकी में सोडियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक और मैग्नेशियम जैसे मिनरल भी होते हैं.
मेवे खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. स्तनपान के दौरान आपको अपने लिए ही नहीं बच्चे के लिए भी खाना है. इसलिए विटामिन, मिनरल लेना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही ओमेगा-3 भी स्तनपान के दौराना बहुत मददगार साबित होगा.
Produce more breast milk: लेक्टेशन (lactation) के लिए लहसुन एक अच्छा आहार है.
लेक्टेशन (lactation) के लिए लहसुन एक अच्छा आहार है. बच्चे को जन्म देने के बाद उबला हुआ खाना खा कर आई बोरियत को लहसुन का फ्लेवर दूर करेगा ही साथ ही यह ब्रेस्ट मिल्क को भी बढ़ाने में मददगार है.
ब्रेस्ट मिल्क (breast milk) 70 फीसदी पानी होता है. तो यह जरूरी हो जाता है कि स्तनपान के दौरान खूब पानी पिया जाए. दूध और जूस जैसे लिक्विड लेते रहने से ब्रेस्ट मिल्क की कमी नहीं होती. डॉक्टर भी सभी महिलाओं को सलाह देते हैं कि ब्रेस्ट फीडिंग तक भरपूर मात्रा में लिक्विड लें.
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