सर्दियों में हों आइज़ ड्राई, तो अपनाएं ये उपचार

सर्दियों में हों आइज़ ड्राई, तो अपनाएं ये उपचार

नई दिल्ली:

सर्दियों में जी स्किन ड्राई होती है, तो हम समय-समय पर उसे मॉइश्चारइज़ करते रहते हैं, लेकिन अगर यह समस्या आंखों के साथ उत्पन्न हो जाए, तो आप क्या करेंगे? आंखों का ड्राई होना एक ऐसी समस्या है, जो समय के साथ अधिक से अधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में लेती जाती है। यह समस्या वैसे तो सामान्य है, लेकिन इसे नजरअंदाज़ करने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।

ड्राई आइज़ रहने के कई कारण हो सकते हैं। ख़ासकर सर्दियों में लोग इससे ज़्यादा परेशान रहते हैं। सुबह में जब आप उठते हैं, तो अपनी आंखों को ड्राई पाते हैं। आप सोच रहे हैंगे कि ऐसा किस लिए होता है, तो चलिए आपको बताते हैं इससे कुछ कारणः

लोगों को सर्दियों में कम प्यास लगती है, जिसकी वज़ह से वे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पी पाते हैं। आंखों को सही ढंग से नमी नहीं मिल पाती है, जो ड्राई आइज़ रहने का एक कारण हो सकता है। नमी की कमी आंखों के लिए काफी हानिकारक होता है।

ड्राई आइज़ के लक्षण

आंखों में खुजली रहना, जलन होना, संवेदनशीलता, लाली, आंखों की नमी का अचानक कम हो जाना आदि इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं। इसके अलावा-

स्मॉगः आई टेक विजन सेंटर की नेत्र चिकित्सक डॉ. अंशिमा ने बताया कि “आंखों से संबंधित समस्याओं के लिए अगर हम कहें की सर्दियां सबसे बुरा मौसम है, तो यह गलत नहीं होगा, क्योंकि इस दौरान वातावरण में स्मॉग (फॉग और धुएं का मिश्रण) बहुत बढ़ जाता है। इसकी वज़ह से आंखें ड्राई रहने लगती हैं। ऐसा नहीं है कि केवल स्मॉग ही ड्राइ आइज़ का कारण है, लेकिन, वहीं हम इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते कि यह ड्राइ आइज़ या एलर्जी जैसी समस्याओं को बढ़ाता है”।

सर्जरीः कई बार ऐसा भी देखा गया है कि किसी भी प्रकार की आंखों की सर्जरी के बाद कुछ समय तक आखें ड्राई रहती हैं।

हॉर्मोन संबंधी समस्याएं: ड्राई आइज़ की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को अधिक होती है, जिसका कारण प्रेग्नेंसी या गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की वज़ह से महिलाओं के हार्मोन में आया परिवर्तन हो सकता है।

मेकअपः हेवी आई मेकअप से कई बार ऐसा होता है कि आखों के ऑयल ग्लैंड्स में ब्लॉकेज हो जाता है, जिसके कारण भी ड्राई आइज़ की समस्या उत्पन्न होती है।

क्या है इसका उपचार?

सर्दियों का मोसम होते हुए भी आप चाहें, तो ड्राई आइज़ की समस्या से दूर रह सकते हैं। इसके कई उपचार हैं, जिन्हें आप अपना सकते हैं-

आंखों को जितना हो सके मोबाइल और लैपटॉप से दूर रखें। फौरन किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें तथा बिना उनकी सलाह के किसी भी प्रकार की दवा या फिर आइड्रॉप का प्रयोग न करें। आंखों को धुएं से बचाकर रखें। अधिक से अधिक पानी पिएं और विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा फैटी ऐसिड युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना न भूलें। बिना चिकित्सक की सलाह के कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग न करें।

(इनपुट्स आईएएनएस से)

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com