वॉशिंगटन: खबरों की सुर्खियां बना जीका वायरस ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है। आपको यह बात जानकर खुशी होगी कि अमेरिका के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी जीका वायरस के दो संभावित टीकों पर काम कर रहे हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि टीका तैयार होने और इसका इस्तेमाल करने में कई साल लग सकते हैं।
अमेरिका के एलर्जी एवं संक्रामक बीमारियों के राष्ट्रीय संस्थान के निदेशक एंथनी फौसी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ये दोनों ही टीके वेस्ट नाइल और डेंगू संक्रमणों से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि “यह समझना बहुत जरूरी है कि हमें इस साल जीका वायरस का सुरक्षित और प्रभावित टीका नहीं मिलेगा। संभावना यह भी है कि अगले कुछ सालों में भी यह टीका उपलब्ध नहीं हो सकेगा”।
आपको बता दें कि जीका वायरस मुख्य रूप से एडीज मच्छर (एक प्रकार के मच्छर का वंश) के काटने से फैलता है। इससे बच्चों में माइक्रोसिफेली जैसी बीमारी हो जाती है, जिसमें मां के गर्भ में पल रहे बच्चे का सिर सामान्य से छोटा होता है। मौजूदा समय में इस बीमारी के लिए कोई टीका या दवाई बाज़ार में उपलब्ध नहीं है।
इस बीमारी के कई लक्षण हैं जैसे तेज़ बुखार, जोड़ों में दर्द, गुलाबी आंखें होना और शरीर पर लाल चकते पड़ना।