Sawan 2018: भगवान शि‍व को पसंद नहीं हैं आपकी रसोई में रखीं ये तीन चीजें!

मान्यता है क‍ि तुलसी ने भगवान शंकर को शापि‍त क‍िया था. तुलसी का शाप था क‍ि श‍िव की पूजा में कभी भी उनके पावन पत्तों का उपयोग नहीं कि‍या जाएगा.

Sawan 2018: भगवान शि‍व को पसंद नहीं हैं आपकी रसोई में रखीं ये तीन चीजें!

Sawan 2018: सावन का महीना आ गया है और लोग श‍िव को ध्याने और मनाने में लगे हैं. अक्सर ऐसा होता है न क‍ि घर में कोई पूजा या हवन हो रहा होता है तो कोई चीज भूल जाने पर आप भाग कर क‍िचेन से न‍िकाल लाते हैं... इसकी वजह है क‍ि भारतीय रसोई में ऐसी बहुत सी चीजें मि‍लती हैं जो हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान अन‍िवार्य होती हैं. शायद यही वजह रही हो क‍ि हिंदू धर्म में रसोई को पूजन‍ीय स्थान माना जाता है. अक्सर रसोई में वह हर सामान मि‍ल जाता है जो पूजा में जरूरी होता है. यह सोचकर आपके मन को भी अच्छा लगता होगा क‍ि आपकी रसोई में हर वह चीज मौजूद है जो आपके देवों को पसंद है... पर तब क्या जब हम आपको कहें क‍ि आपकी रसोई में रखी कुछ चीजें ऐसी हैं जो श‍िव को नहीं पसंद और उनकी पूजा में ज‍िनका इस्तेमाल मना है... जी हां, ऐसी ही तीन चीजों पर एक नजर जो मान्यताओं के अनुसार शि‍व पूजा में प्रयोग नहीं करनी चाहि‍ए- 


 

तुलसी- 

tulsi


तुलसी एक ऐसी बूटी है ज‍िसका भारत में खूब इस्तेमाल होता है. साथ ही यह हिन्दू धर्म में भी काफी महत्व रखती है. हर पूजा और धार्मिक अनुष्ठान में तुलसी के पत्तों का अपना अगल और अहम स्थान होता है. लेक‍िन आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है क‍ि शंकर की पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता. मान्यता है क‍ि तुलसी ने भगवान शंकर को शापि‍त क‍िया था. तुलसी का शाप था क‍ि श‍िव की पूजा में कभी भी उनके पावन पत्तों का उपयोग नहीं कि‍या जाएगा.

नार‍ियल पानी- 


नार‍ियल के गुणों के चलते ही शायद हर शुभ काम में उसे प्रसाद के तौर पर उपयोग क‍िया जाता है. लेक‍िन मान्यता है क‍ि शिवलिंग पर नारियल का पानी नहीं चढ़ा सकते. इसके पीछे की वजह तो ठीक से नहीं पता चल पाई. लेकि‍न कहा जाता है क‍ि नारियल पानी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए.

हल्दी

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तुलसी और नारि‍यल की तरह ही हल्दी में भी कई औषधिय गुण होते हैं. भारतीय रसोई में इसका अपना ही महत्व है. इतना ही नहीं हि‍न्दू धर्म में पूजा में भी इसका खूब इस्तेमाल क‍िया जाता है. लेकि‍न श‍िव पूजा में इसके इस्तेमाल पर कई तरह की मान्यताएं हैं. कुछ का मानना है क‍ि पूजा में हल्दी का प्रयोग कर सकते हैं तो वहीं कुछ लोगों का कहना है क‍ि यह वर्जित है. 
वर्जित करने के पीछे द‍िया जाने वाला तर्क यह है क‍ि क्योंकि हल्दी महिलाओं के सौंदर्य की वस्तु है इसलिए ही इसका इस्तेमाल श‍िव पूजा में नहीं क‍िया जाता. 

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