गर्मियों में होते हैं कैफीन के फायदे और नुकसान, जानें गर्मियों में कॉफी पीना कितना सही

Summer Diet Tips in Hindi: गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा अगर कोई चीज प्रभावित होती है तो वह होता है आहार! सर्दियों में जितना ज्यादा खाने का मन करता है गर्मियों में उतना ही खाने से जी उकता जाता है.

गर्मियों में होते हैं कैफीन के फायदे और नुकसान, जानें गर्मियों में कॉफी पीना कितना सही

Summer Diet: क्या गर्मियों में कॉफी पीना ठीक है?

खास बातें

  • गर्मियों में खाने से जी उकता जाता है
  • गर्मियों में भरपूर पानी पीएं.
  • अपने खानपान का खास ख्याल रखें.

Summer Diet Tips in Hindi: गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा अगर कोई चीज प्रभावित होती है तो वह होता है आहार! सर्दियों में जितना ज्यादा खाने का मन करता है गर्मियों में उतना ही खाने से जी उकता जाता है. ऐसे में इस मौसम में शरीर को जरूरी पोषण देना कई बार मुश्किल साबित होता है. गर्मियों में पोषण का पता लगाना उतना आसान नहीं हो सकता है, जितना कोई कल्पना करेगा. इस मौसम में न सिर्फ पर्याप्त मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि आपके ठोस खाद्य पदार्थों में पर्याप्त पानी और पोषण लें. जिससे आपकी ऊर्जा का स्तर अच्छा हो. गर्मी के मौसम में खासतौर पर बाहर निकलते समय और पर्याप्त मात्रा में फल खाने जरूरी हैं और इसके साथ ही साथ यह भी जरूरी है कि जब आप गर्मियों में घर से बाहर निकलें तो अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें. गर्मियों में डाइट टिप्स में यह सबसे पहले बिंदू है कि आप भरपूर पानी पीएं. लेकिन गर्मियों में सेहत का ख्याल रखने के लिए बस इतना ही समझ लेना जरूरी नहीं. गर्मियों में क्या खाएं इसके साथ ही साथ यह जानना भी जरूरी है कि क्या न खाएं(Garmi mein kya khana chahiye).

देश के विभिन्न हिस्सों में गर्म हवाएं चल रही है और महाराष्ट्र के चंद्रपुर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया . यह इस महीने का सबसे अधिकतम तापमान था. वहीं न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्यिस दर्ज किया गया था, जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्यियस नीचे था. राजस्थान में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. चूरू में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य तापमान से चार डिग्री अधिक है. राज्य के पश्चिमी इलाकों में भीषण गर्मी और लू चलने से आम जन- जीवन प्रभावित हुआ है. 

hjlrqbpgSummer Diet: गर्मी में फूड पॉइजनिंग होने की आशंका भी बढ़ जाती है.

गर्मियों में लू या हीट स्ट्रोक से बचने के उपाय | Steps To Prevent Heatstroke During Hot Weather:

- गर्मी में फूड पॉइजनिंग होने की आशंका भी बढ़ जाती है. इसलिए कटा हुआ फल न खरीदें और न ही देर से रखा हुआ खाना खाएं. 
- बाहर खुले में बिकने वाले तले हुए खाद्य पदार्थ का सेवन न करें. 
- कोशिश करें कि गर्मी में तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें. 
- बाजार में खुले रूप से बिकने वाले जूस का सेवन भी घातक हो सकता है, उससे बचें. 
- घर से बाहर निकलते समय ढीले कपड़े पहनें, चुस्त कपड़े पहनने से परहेज करें, ताकि शरीर में बाहर की हवा लगती रहे. 
- सूती कपड़े पहनना ज्यादा बेहतर होगा, जबकि सिंथेटिक, पोलिस्टर कपड़े पहनने से बचें.
- जरुरत पड़ने पर चिकित्सक से सलाह लें.
- घर से बाहर निकलते समय खाली पेट न जाएं, अधिक देर भूखे रहने से बचें. 
- घर से बाहर निकलते समय शिकंजी, ठंडा शर्बत या पानी पी कर निकलें साथ ही पानी की बोतल लेकर चलें.
- बहुत अधिक पसीना आने पर तुरंत ठंडा पानी न पिएं, जबकि सादा पानी धीरे-धीरे कर के पीना शुरू करें, लस्सी का सेवन अधिक करें.
- इस भीषण गर्मी में बच्चों को स्कूल से लाने या ले जाने के समय तौलिया को पानी मे भीगोकर उससे ढककर ले जाएं, जिससे बच्चे का बदन ठंडा रह सके, छाते का इस्तेमाल भी बेहतर रहेगा. 
- बच्चे को ऐसा कपड़ा पहनाएं, जिससे उसका शरीर पूरी तरह से ढका हुआ हो. 
- गहरे रंग के कपड़े बच्चों को न पहनाएं. हो सके तो हल्के रंग या सफेद कपड़े ही पहनाएं. 
- बच्चों के पेशाब का रंग चेक करते रहें, पेशाब पीला होने की दशा में ये सुनिश्चित कर लें कि बच्चे को पानी की कमी हो रही है. 
- जरूरी होने पर चिकित्सक से सलाह लें.

अगर आप अपने दिन का ज्यादातर भाग घर से बाहर बिताते हैं यानी आउटडोर रहते हैं, तो यह जरूरी है कि आप अपने खानपान का खास ख्याल रखें. बढ़ती गर्मी से लू लगने या हीट स्ट्रोक की चपेट में आने का खतरा होता है. इस स्ट्रोक में सिर में दर्द, थकान, सुस्ती, भूख का कम होना, बदन में ऐंठन, उल्टी होना, पेट में दर्द, जलन, दस्त होना, चक्कर आना और साथ ही मानसिक संतुलन बिगड़ने जैसे हालात भी पैदा हो जाते हैं. इस स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण है शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेशन होना. क्योंकि गर्मी में ज्यादा देर धूप में रहने से शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलने के कारण पानी की कमी हो जाती है. कई आहार भी शरीर में पानी की कमी की वजह बन सकते हैं. कैफीन और कैफिनाइटेड पेय पदार्थ अक्सर शरीर में पानी की कमी के पीछे की वजह बताए जाते हैं. इसलिए अक्सर गर्मियों में चाय या कॉफी न पीने की सलाह दी जाती है. तो अब सवाल उठता है कि गर्मियों में कॉफी पीनी चाहिए या नहीं. तो चलिए इसका जवाब तलाशते हैं.

कॉफी पीने के फायदे नुकसान और गर्मियों में कॉफी पीनी चाहिए या नहीं (Caffeine During Summers: Yay or Nay?)

हमने इस सामान्य संदेह को दूर करने के लिए पोषण विशेषज्ञ डॉ. रुपाली दत्ता से संपर्क किया कि गर्मियों के दौरान कैफीन का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं (Is it safe to consume caffeine during summers), और यदि ऐसा है, तो कितना कैफीनयुक्त पेय आपकी सेहत के लिए सुरक्षित है. हमने उनसे तीन सबसे अधिक कैफीन युक्त पेय- चाय, कॉफी और ऊर्जा पेय के बारे में पूछा:

1. क्या गर्मियों में कॉफी पीना ठीक है (Is it okay to consume caffeine during summers?)

कॉफी को एक मूत्रवर्धक पेय (diuretic drink) कहा जाता है, जिसका मतलब है कि कॉफी पीने से आपको बार बार पेशाब आएगा और शरीर से लिक्विड जल्दी निकलेगा. हालांकि, कई अध्ययनों ने इस धारणा को दूर कर दिया है कि स्वस्थ जीवनशैली के हिस्से के रूप में यदि कॉफी का सेवन किया जाए, तो यह अविश्वसनीय रूप से डीहाइड्रेटिंग. डॉ. दत्ता ने इन इस सवाल के जवाब में कहा कि गर्मियों में कॉफी पीना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं है.

2. गर्मियों में कैफीन का सबसे हेल्दी सोर्स क्या है चाय, कॉफी या स्पोर्ट्स ड्रिंक (What is the healthiest source of caffeine during summers) 

इस सवाल के जवाब में डॉक्टर दत्ता का कहना है कि यह सभी, लेकिन स्पोर्ट्स ड्रिंक को सही गाइडलाइंस के साथ पीना चाहिए. स्पोर्ट्स और एनर्जी ड्रिंक से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने की खबरें आती हैं. हालांकि कॉफी में किसी भी स्पोर्ट्स ड्रिंक से कहीं ज्यादा कैफीन होता है, लेकिन फिर भी कम शुगर के साथ यह नुकसानदायक साबित नहीं होगा जितना की शुगर से भरपूर कोई दूसरा स्पोर्ट्स ड्रिंक हो सकता है.

गन्ने का रस पहुंचा सकता है नुकसान, रखें इन बातों का ध्यान

dkrjn6voSummer Diet: 250 मिलिग्राम या सामान्य तौर पर दो कप कैफीनयुक्त पेय नियमित दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं.

3. दिन में कितनी कॉफी पीनी चाहिए (Daily intake of caffeine for summers?)

डॉक्टर दत्ता के अनुसार 250 मिलिग्राम या सामान्य तौर पर दो या ढ़ाई कप कैफीनयुक्त पेय आप अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं. जब भी आप इस लिमिट को पार करते हैं तो यह साइड इफेक्ट दे सकता है. 

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Happy Summers!



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)