मणिपुर कंपनी ने बनाएं इको-फ्रेंडली बांस के टिफिन, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

एक टिकाऊ लंचबॉक्स हर किचन में होना चाहिए, चाहे वह ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों या स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए हो. ज्यादातर लोग प्लास्टिक के लंचबॉक्स (Plastic lunchboxes) खरीदते हैं यह जानते हुए कि यह पर्यावरण के लिए और खुद उनकी सेहत के लिए हानिकारक हैं. इसकी वजह है कि प्लास्टिक के लंचबॉक्स गैर-बायोडिग्रेडेबल (Non-biodegradable) होते हैं.

मणिपुर कंपनी ने बनाएं इको-फ्रेंडली बांस के टिफिन, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

एक टिकाऊ लंचबॉक्स हर किचन में होना चाहिए, चाहे वह ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों या स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए हो. ज्यादातर लोग प्लास्टिक के लंचबॉक्स (Plastic lunchboxes) खरीदते हैं यह जानते हुए कि यह पर्यावरण के लिए और खुद उनकी सेहत के लिए हानिकारक हैं. इसकी वजह है कि प्लास्टिक के लंचबॉक्स गैर-बायोडिग्रेडेबल (Non-biodegradable) होते हैं. ऐसे में प्लास्टिक के लंचबॉक्स का ऑप्शन हम सभी तलाशते हैं. इसके लिए कुछ लोग स्टील तो कुछ लोग कांच के लंचबॉक्स को चुनते हैं. स्टील के लंचबॉक्स जहां गर्म होने की समस्या होती है वहीं कांच के लंचबॉक्स के टूट जाने का डर हमेशा रहता है. आपकी ऐसी ही समस्याओं को दूर करने के लिए एक नया व‍िकल्प लाए हैं मणिपुर (Manipur) स्थित एक फर्म. मणिपुर में चूराचंदपुर शहर (Churachandpur) से बाहर स्थित ज़ोगम बांस वर्क्स ने टिफिन वाहक बनाया है जो पूरी तरह से बांस (bamboo tiffin) से बना है. जरा देखें इसे- 

वीडियो को ट्विटर पर सुधा रमेन ने साझा किया, जो एक आईएफएस अधिकारी हैं. इसे ट्विटर पर लगभग 80 हजार बार देखा गया है, और मंच पर 6 हजार से अधिक लाइक्स मिले हैं. वायरल वीडियो सिर्फ 35 सेकंड लंबा था और बांस के टिफिन के कामकाज को दिखाया गया था, जो कि स्टील टिफिन के काफी समान था, जिसे हमने अपने बचपन में बहुत इस्तेमाल किया था. टिफिन में अलग-अलग आकार के तीन अलग-अलग डिब्बे हैं, जो एक दूसरे के ऊपर हैं और फिर ढक्कन के साथ सील कर दिए गए हैं. बांस के टिफिन के दोनों ओर दो पट्टियां थीं. 

वायरल वीडियो में कई प्रतिक्रियाएं सामने आईं, जिनमें ट्विटर पर मणिपुर की कंपनी की तारीफ की गई है. यहां हैं कुछ फीडबैक्स

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