World Alzheimer’s Day 2015: जानें क्या हैं अल्जाइमर होने के शुरुआती लक्षण

अल्जाइमर, दिमागी बीमारी है। इससे एक आम इंसान की मानसिक क्षमता में गिरावट आ जाती है, जिससे आगे आने वाले समय में साधारण जिंदगी जीने में मुश्किल होती है

World Alzheimer’s Day 2015: जानें क्या हैं अल्जाइमर होने के शुरुआती लक्षण

नई दिल्ली:

अल्जाइमर, दिमागी बीमारी है। इससे एक आम इंसान की मानसिक क्षमता में गिरावट आ जाती है, जिससे आगे आने वाले समय में साधारण जिंदगी जीने में मुश्किल होती है। यह एक तरह से लाइलाज बीमारी होती है। भारत में, 50 लाख से भी ज़्यादा लोग मानसिक बीमारी का सामना कर रहे हैं, जिसमें से 80 प्रतिशत लोगों को अल्जाइमर है। डॉक्टरों का कहना है कि 2030 में यह संख्या दोगुनी हो सकती है।

शुरुआत में इस बीमारी के कई लक्षण सामने आते हैं, जो कि आप व्यक्ति के रोज़ के व्यवहार से पता लगा सकते हैं। न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट, मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली के डायरेक्टर और हेड जे.डी. मुखर्जी के अनुसार, याददाश्त का कमजोर होना, समय और जगह से भटकाव होना, एक ही सवाल को बार-बार पूछना, आसान गिनती न कर पाना, रिश्तेदारों के नाम भूलना और स्वभाव में बदलाव आना ये सभी अल्जाइमर होने के संकेत हैं।

 

 

Read- 

 

फायदे ही नहीं नुकसान भी पहुंचा सकती है अलसी, खाएं तो जरा संभल कर...

 

कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक, भारत में बनने वाली 10 मज़ेदार व्यंजनों की विधियां

 

ओट्स खाने के हैं कई फायदे, होता है वजन कम...

 

Garam Masala Benefits: मसालों का यह लजीज मेल आपकी सेहत के लिए भी है फायदेमंद

 

Benefits of Cloves: लौंग के फायदे, ये 5 परेशानियां होंगी दूर

 

Diabetes: ये 3 ड्राई फ्रूट करेंगे ब्लड शुगर लेवल को नेचुरली कंट्रोल
 

अगर अच्छी नींद चाहिए, तो सोने से पहले खाएं ये 5 आहार...

 

 

अल्जाइमर बीमारी, दिमाग में एमलौइड नामक प्रोटीन के इक्ट्ठा होने से होती है। यह बीमारी बढ़ती उम्र में होती है। मुखर्जी के अनुसार इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। अगर कोई व्यक्ति इस बीमारी से बचना चाहता है, तो वह अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाता रहे। पूरी नींद, दिमागी और प्राकृतिक रूप से सक्रिय रहने, पढ़ते-लिखते रहने और हल्दी लेने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

नाहिद आलम, साइकोथैरेपिस्ट का कहना है कि यह बीमारी कई सालों तक रहती है। कोलकाता बेस्ड न्यूरोलॉजिस्ट, स्वाती शाह का कहना है कि आज के समय में लोग अल्जाइमर जैसी बीमारी के बारे में जागरूक हो चुके हैं। जो कि एक काफी अच्छी चीज़ है। यहां तक कि लोग इस बीमारी के संकेत को भी बेहतर तरीके से पहचानने लगे हैं। फिर भी और बेहतर तरीके से इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि कई बार परिवार वालों को मरीज से कैसे बर्ताव करना है, इसके बार में जानकारी नहीं होती है।

 

और खबरों के लिए क्लिक करें.