ऐसा एंटीबॉडी, जिनसे हो सकती हैं बुजुर्गों की मांसपेशियां मज़बूतः अध्ययन

ऐसा एंटीबॉडी, जिनसे हो सकती हैं बुजुर्गों की मांसपेशियां मज़बूतः अध्ययन

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली:

घर में जब हम अपने बूंढ़े दादा-दादी, नाना-नानी को देखते हैं, तो उनको होने वाली समस्याओं को भी जानते हैं। पार्क में ढंग से न चल पाना, कुर्सी पर जल्दी से उठ-बैठ न पाना, अपने काम स्वंय न कर पाने से वे पूरे दिन परेशान रहते हैं।

बढ़ती उम्र के साथ मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं। ऐसे में उनमें कोई भी काम कर सकने की शक्ति नहीं बचती है। लेकिन आपको बता दें कि अब उन्हें इन सभी चीज़ों से परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि अब वे एक नए एंटीबॉडी के इलाज से वह सभी काम कर सकते हैं, जिनके लिए शायद उन्हें किसी दूसरे पर निर्भर होना पड़ता था।

एक अंतर्राष्ट्रीय शोध दल के दूसरे चरण के परिणाम में यह बात सामने आई है। जांच के मुताबिक, मायोस्टेटिन एंटीबॉडी इलाज बुजुर्गों की मांसपेशियों में सुधार ला सकता है, जिससे वे सीढ़ियां चढ़ सकते हैं, आराम से टहल सकते हैं और कुर्सी पर बार-बार उठ-बैठ सकते हैं।

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अमेरिका के इंडियाना यूनिवर्सिटी-पारदु यूनिवर्सिटी इंडियानापॉलिस के शोधकर्ता स्टुअर्ट वार्डेन ने कहा कि “मायोस्टेटिन एक स्वाभाविक प्रोटीन है, जो शरीर में बनता है और मांसपेशियों के विकास को रोकता है। लेकिन अध्ययन से यह पता चला है कि मायोस्टेटिन एंटीबॉडी का इंजेक्शन देने पर मांसपेशियों का गाढ़ापन बढ़ा है और कार्य करने की क्षमता में इजाफा हुआ है।''