वॉशिंगटन: आज के समय में डायबिटीज़ होना आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज़ में दी जाने वाली कुछ दवाइयां, यौगिक ट्यूमर को बढ़ावा दे सकती हैं। एक नए शोध से यह जानकारी प्राप्त हुई है।
अमेरिकी जर्नल ‘साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन’ में प्रकाशित शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि कैंसर या ट्यूमर पीड़ित रोगियों को डायबिटीज़ की दवाई दिए जाते समय ख़ास सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
चीन के चोंग्किंग स्थित थर्ड मिलिटरी मेडिकल यूनिवर्सिटी से इस शोध के नेतृत्वकर्ता होंगटिंग झेंग और शिकांग यू के अनुसार, “डायबिटीज़, कई तरह के कैंसरों के जोखिमों को बढ़ा सकती है। ऐसे भी मरीज हैं, जिन्हें डायबिटीज़ के साथ कैंसर की समस्या है। लेकिन एंटीबायोटिक किस प्रकार कैंसर को प्रभावित करता है, यह समझना मुश्किल है”।
चूहों पर हुए कुछ शोध से पता चला है कि कुछ दवाएं एनआरएफ2 सिग्नलिंग पाथवे को सक्रिय कर देती हैं, जिससे ट्यूमर मेटासिस काफी तेज़ी से प्रतिक्रिया देने लगते हैं। अगर यह निष्कर्ष मानवों पर सही साबित हो जाता है, तो डायबिटीज़ पीड़ित कैंसर रोगियों की चिकित्सा में दी जाने वाली एंटीऑक्सीडेंट दवाओं को लेकर यह गंभीर चेतावनी होगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)