न्यूयॉर्क: आजकल की महिलाओं में मासिक धर्म के समय कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। शुरू के पहले दिन उन्हें पेट दर्द, भूख न लगना, सिर चकराना, जी मिछलाना जैसी अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सभी समस्याएं महिलाओं के दिन में सुस्त रहने से होती हैं।
लैटिन अमेरिका में मध्यम उम्र वाली महिलाओं को उनके सुस्त और आलसी लाइफस्टाइल के दौरान मासिक धर्म के समय अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
शोध के अनुसार पता चला है कि सुस्त लाइफस्टाइल जीने वाली महिलाओं में मोटापा, चिंता, डिप्रेशन और नींद न आने जैसी कई समस्याएं होने की अधिक संभावनाएं रहती हैं।
अमेरिका के ओहियो स्थित नॉर्थ अमेरिकन मिनोपॉज सोसायटी के कार्यकारी निदेशक जॉन वी. पिंकरटन के अनुसार “जो महलाएं अपने मध्यम उम्र में चुस्त और दुरुस्त रहती हैं, उन्हें मासिक धर्म में होने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है”।
इस अध्ययन में लैटिन अमेरिका के कोलैबोरेटिव ग्रुप फॉर रिसर्च ऑफ दि क्लीमैक्टेरिक के करीब 40 से 59 साल की उम्र वाली 6,079 महिलाओं के स्वास्थ्य को देखते हुए आंकड़ों पर गौर किया गया है। इसके चलते देखा गया है कि करीब 64 प्रतिशत महिलाओं का लाइफस्टाइल काफी सुस्त है।
यह अध्ययन ऑनलाइन पत्रिका ‘मिनोपॉज’ में प्रकाशित किया गया है।