दिमाग में लगी चोट की जांच के लिए घुलनशील सेंसर्स जल्द

दिमाग में लगी चोट की जांच के लिए घुलनशील सेंसर्स जल्द

वॉशिंगटन:

दिमाग में लगी चोट का तापमान और दबाव मापने के लिए दिमाग में ब्रेन सेंसर्स लगाए जाते हैं। लेकिन अब इन सब झंझटों से मरीज और डॉक्टर दोनों को छुटकारा मिल गया है। न्यूरोसर्जन और इंजीनियरों के एक ग्रुप ने एक ऐसे वायरलेस ब्रेन सेंसर्स का विकास किया है, जो मस्तिष्क के अंदर के दबाव और तापमान को बिना झंझट के ही माप सकता है। साथ ही इसे बाहर निकालने के लिए आगे किसी और सर्जरी की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि यह बॉडी में खुद ही घुल जाएगा और बॉडी द्वारा अवशोषित कर लिया जाएगा।

अमेरिका के सेंट लुईस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी ऑफ स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों तथा अर्बना-शैंपेन में यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस के इंजीनियरों द्वारा विकसित वायरलेस ब्रेन सेंसर्स का इस्तेमाल दिमाग की चोट का पता लगाने के लिए किया जाएगा।

वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में न्यूरोसर्जरी विभाग में रेजिडेंट डॉक्टर रॉय केजे मर्फी ने कहा, "समय के साथ हमारा नया उपकरण शरीर में घुल-मिल जाता है, जिससे इंफेक्शन और सूजन का खतरा नहीं होता।"

एक प्रतिष्ठित पत्रिका 'नेचर' में मर्फी ने कहा, "बॉडी के द्वारा अवशोषित कर लेनेवाले उपकरण के विकास से उसे शरीर से निकालने के लिए सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे इंफेक्शन का खतरा और इससे जुड़ी परेशानियां नहीं होती।"
 
 

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