हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है नींद का समय तय करना

हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है नींद का समय तय करना

नई दिल्ली:

अच्छी नींद की आदत अच्छी सेहत और बीमारियों से दूर रहने में मदद करती है। वैसे तो हम सभी हर रोज सोते हैं, लेकिन अपने व्य्स्त शेड्यूल के कारण बहुत कम लोग अच्छी और सेहतमंद नींद ले पाते हैं। सेहमंत नींद के कई महत्व हैं, आपके लिए इनके बारे में जानना फायदेमंद हो सकता है।

दिनभर चुस्त रहने के लिए सेहतमंद नींद जरूरी हैं। सबसे ज़्यादा जरूरी है नींद का समय निर्धारित होना। पूरे सप्ताह एक ही वक्त पर सोना और उठना सबसे उत्तम होता है। अपने शरीर की जरूरत के अनुसार सोएं, न कि समय को ध्यान में रखते हुए ज़्यादा या कम।

अपने पूरे दिन का शेड्यूल, आप क्या खाते-पीते हैं, कौन-सी दवाएं लेते हैं, पूरा दिन कितना व्यस्त रहते हैं और शाम किन कामों में निकलती है आदि बातों पर आपकी नींद की गुणवत्ता निर्भर करती है। कुछ चीजों में थोड़ा-सा भी बदलाव आपकी आरामदायक नींद को बेचैन रात में बदल सकता है।

इस बारे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मानद महासचिव डॉ. के. के. अग्रवाल का कहाना है कि, "देश के ज़्यादातर लोगों को यह जानकारी नहीं है कि मोटापा, तनाव, हाईपरटेंशन, डायबिटीज़, दिल के रोग आदि बीमारियां अनियमित निंद्रा से जुड़ी हुई हैं। नींद की अनियमितता रिश्तों में तनाव, कामकाज की क्षमता पर प्रभाव, दुर्घटनाओं, याददाश्त और अन्य कमजोरियों और खराब किस्म के जीवन का कारण बनती हैं।"

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

उन्होंने कहा, "आज की पीढ़ी तीन से पांच घंटे सोती है और सप्ताह के अंत में 14 घंटे सोकर इस कमी को पूरा करती है। यह उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है।" डॉ. अग्रवाल ने कहा, "आज के युवा ज़्यादा देर जागने के लिए कैफीन और एनर्जी ड्रिंक पर निर्भर रहते हैं, जो उनकी कार्य क्षमता पर प्रतिकूल असर डालते हैं। इसलिए हमारी रोजाना जिंदगी और सेहत पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जागरूक होना और जरूरी कदम उठाना बेहद आवश्यक हो जाता है।"
 


अच्छी और सेहतमंद नींद के लिए इन बातों का रखें ख़ास ध्यानः
  • हर रोज एक ही समय पर उठें
  • अपनी सोने की जगह को रोज़-रोज़ न बदलें
  • अपने बेडरुम से टीवी, कंप्यूटर, स्मार्टफोन या टैबलेट और अन्य ध्यान भटकाने वाली चीजें दूर रखें
  • बहुत जरूरी हो तभी दिन में झपकी लें। बहुत ज़्यादा नींद आने पर दोपहर में ली गई झपकी रात में हुई नींद की कमी को पूरा करने के लिए बेहतर विकल्प है, लेकिन यही झपकी आपके सोने की क्रिया को अस्त-व्यस्त भी कर सकती है।
  • अगर फिर भी झपकी की जरूरत हो तो इसे 20 से 30 मिनट तक ही सीमित रखें
  • दोपहर के बाद कैफीन से दूर रहें और शराब भी बहुत कम लें
  • कैफीन आपके शरीर में 12 घंटे तक मौजूद रह सकती है।
  • शराब नींद लाने का काम कर सकती है, लेकिन यह नींद को बिगाड़ भी कर सकती है
  • नियमित व्यायाम करें, लेकिन सोने से तीन घंटे पहले न करें
  • हर रोज एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें
  • कामकाजी दिनों में नियमित व्यायाम जरूर करें और जरूरत पड़ने पर सप्ताह के अंत में नींद की कमी पूरा करें।