Lunar Eclipse 2020: इस दिन होगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें इससे जुड़े आहार मिथक

हाल ही में दिसंबर में दुर्लभ सूर्य ग्रहण के बाद अब लोगों को चंद्र ग्रहण का इंतजार है जो 10 जनवरी 2020 को लगेगा.

Lunar Eclipse 2020: इस दिन होगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें इससे जुड़े आहार मिथक

खास बातें

  • यह इस साल का पहला चंद्र ग्रहण है.
  • इस साल चार चंद्र ग्रहण लगेंगे.
  • इस ग्रहण की चार घंटे तक चलने की उम्मीद है.

हाल ही में दिसंबर में दुर्लभ सूर्य ग्रहण के बाद अब लोगों को चंद्र ग्रहण का इंतजार है जो 10 जनवरी 2020 को लगेगा. यह इस साल का पहला चंद्र ग्रहण है. इस साल चार चंद्र ग्रहण लगेंगे. फिलहाल यह चंद्र ग्रहण  यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. इस ग्रहण की चार घंटे तक चलने की उम्मीद है. चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी के पीछे जाता है. पृथ्वी की छाया में से गुजरते ही अंधेरा दिखाई देता है. पूर्ण चंद्रग्रहण में, पृथ्वी सीधे सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है. 10 जनवरी को होने वाला ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. वहीं पीढ़ियों से ग्रहणों को लेकर लोगों के बीच काफी किंवदंतियां और मिथक जुड़े हुए हैं.


चंद्र ग्रहण का समय और तारीख

चंद्र ग्रहण 2020 10 जनवरी को होगा. यह रात 10 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 जनवरी को सुबह 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे और 5 मिनट की होगी.


चंद्र ग्रहण से जुड़े आहार मिथक

कई समुदाय ग्रहण की अवधि के दौरान खाने और पानी पीने से परहेज करते हैं. कुछ मान्यताओं के अनुसार, भोजन पकाना और फल और सब्जियों को काटना और बाहर खुले में रखना भी प्रतिबंधित है. ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कुछ हानिकारक विकिरण भोजन में छेड़छाड़ कर सकते हैं और इसे खाने के लिए अयोग्य बना सकते हैं. हालांकि, इन दावों का कोई वैज्ञानिक समर्थन नहीं है. आधुनिक वैज्ञानिक विशेषज्ञों ने इस तरह के सहसंबंधों को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि ये स्वर्गीय निकाय हर समय आगे बढ़ते रहते हैं, चुनिंदा संक्रमण भोजन पर अधिक प्रभाव नहीं छोड़ते हैं.
डॉ. अजय कुमार, अध्यक्ष फोर्टिस एस्कॉर्ट्स लीवर एंड डाइजेस्टिव डिजीज इंस्टीट्यूट का कहना है कि चंद्र और सूर्य ग्रहण हमारे चारों ओर विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र, गुरुत्वाकर्षण बल और प्रकाश ऊर्जा में विभिन्न परिवर्तनों का कारण बनते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि व्यवहार परिर्वतन के अलावा इस दौरान कार्डिक, गैस्ट्रिक और हार्मोनल परिवर्तन भी शरीर में देखें गए हैं जिसकी वजह से इस तरह की एमरजेंसी में डॉक्टर से परामर्श की संख्या भी बढ़ जाती है. उन्होंने आगे आगाह किया कि डर को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और इन पहलुओं का अधिक विस्तार से अध्ययन करने के लिए विज्ञान की आवश्यकता पर जोर देना चाहिए.
    


अगला चंद्र ग्रहण कब है?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इस साल के अन्य तीन चंद्र ग्रहण 5 जून, 5 जुलाई और 30 नवंबर को होंगे..