लाहौर और अमृतसर 63 साल से भले ही जुदा हों, लेकिन विरासत और परम्पराएं अभी भी लगभग एक-समान हैं और अगर बात ज़ायके की हो तो फिर कहने ही क्या! विनोद दुआ पेश कर रहे हैं ऐसे ही कुछ ज़ायके...